रिपोर्टर शरीक नावेद/ रहबर अंसारी बरेली। गले मिलकर ईदुल अज़हा की मुबारकबाद दी
बरेली।जनसेवा टीम के अध्यक्ष एवं समाजसेवी पम्मी ख़ाँ वारसी ने नोमहला शरीफ़ में नमाज़ियों को गले मिलकर मुबारकबाद देते हुए कहा कि ईद-उल-अज़हा हमें सिखाती है कि सच्ची खुशी दूसरों के साथ बांटने में है। ईदुल अज़हा इंसान को बलिदान, धैर्य, और अल्लाह पर भरोसा करने की प्रेरणा देती है। यह एक ऐसा मौका है जब लोग अपने अहंकार और स्वार्थ को छोड़कर दूसरों की भलाई के लिए काम करते हैं।
ईदुल अज़हा खुदा से मोहब्बत का पैगाम है
सपा नेता इंजीनियर अनीस अहमद खाँ ने ईदुल अज़हा की नमाज़ मस्जिद नोमहला शरीफ में अदा करने के बाद गले मिलकर मुबारक दी उन्होंने इस मुबारक मौके पर कहा कि ईदुल अज़हा बलिदान, आज्ञाकारिता और अल्लाह के प्रति समर्पण का प्रतीक है। सामाजिक एकता: ईद-उल-अज़हा आपसी भाईचारे, दान, और गरीबों की मदद को बढ़ावा देता है।
ईदुल अज़हा की नमाज़ के बाद एक दूसरे को गले मिलकर मुबारक दी।ख़ुसूसी दुआ में मुल्क व आवाम की तरक़्क़ी, खुशहाली, कामयाबी, सलामती,कौमी एकता भाईचारे के लिये दुआ की।इस मौके पर पम्मी ख़ाँ वारसी,अरशद अहमद ख़ाँ,अर्शी,शादाब रज़वी,मोहम्मद कसिम,शाने अली कमाल मियाँ,सलीम साबरी आदि सहित बड़ी तादाद में नमाज़ी मौजूद रहे नोमहला में 9 बजे नमाज़ अदा की गई।
